DPSE COURSE KYA HOTA HAI | DPSE COURSE DETAILS IN HINDI
DPSE कोर्स का फुल फॉर्म DIPLOMA IN PRESCHOOL EDUCATION है, यह कंप्रिहेंसिव कोर्स है, जो के डिजाइन किया गया है ताकि विद्यार्थियों को early childhood education के फील्ड के बारे में जरूरी नॉलेज और स्किल सिखाई जाए।DPSE कोर्स शैशवावस्था से प्रारंभिक बचपन तक बच्चों के डेवलपमेंट चरणों को समझने और उनकी वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने के लिए उचित शिक्षण रणनीतियों को लागू करने पर केंद्रीय है।
DPSE कोर्स थियोरेटिकल कोर्स वर्क और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का कंबीनेशन है।DPSE कोर्स के करी कुलम के अंदर साइकोलॉजी, पेडगॉगी, करिकुलम प्लानिंग और क्लासरूम मैनेजमेंट टेक्निक जैसे टॉपिक शामिल होते हैं।DPSE कोर्स को करने से विद्यार्थियों को अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन प्रिंसिपल की स्ट्रांग फाऊंडेशन मिलती है, छोटे बच्चों को पढाने के लिए एसेंशियल स्किल डेवलप होती है और यह कोर्स करने के बाद विद्यार्थी आगे एजुकेशन के अंदर एडवांस कोर्स कर सकते हैं।
इंटर्नशिप और टीचिंग प्रैक्टिकम के द्वारा विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल स्किल सिखाई जाती है। प्रैक्टिकल ट्रेनिंग से विद्यार्थियों को टीचिंग स्किल्स, कम्युनिकेशन एबिलिटी और इंगेजिंग लर्निंग एनवायरमेंट रखने की स्किल मिलती है।DPSE कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी प्री स्कूल टीचर, नर्सरी टीचर, अर्ली चाइल्डहुड एजुकेटर, असिस्टेंट टीचर, स्पेशल नीड्स असिस्टेंट, प्लेग्रुप फैसिलिटेटर जैसी नौकरियां कर सकते हैं।
DPSE कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी early childhood education की फील्ड के अंदर अपना अच्छा करियर पाथ बना सकते हैं।DPSE कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी आगे एडवांस्ड एजुकेशन कोर्स कर सकते हैं और अपना करियर भी टीचिंग की फील्ड के अंदर बना सकते हैं।
DPSE COURSE ELIGIBILITY IN HINDI
DPSE कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए। आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस तीनों डिसीप्लिनरी विद्यार्थी DPSE कोर्स को करने के लिए योग्य है।
कुछ इंस्टिट्यूट और कॉलेज के अंदर एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होता है।
DPSE COURSE DURATION IN HINDI
DPSE कोर्स 2 साल का फुल टाइम प्रोग्राम है, जिसके अंदर 4 सेमेस्टर शामिल होते हैं और हर एक सेमेस्टर 6 महीने का होता है।
DPSE कोर्स के करिकुलम के अंदर थियोरेटिकल लर्निंग, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप अपॉर्चुनिटी शामिल होती है।
DPSE COURSE SYLLABUS IN HINDI
DPSE कोर्स के अंदर कौन-कौन से विषय शामिल होते हैं और सिलेबस क्या होता है, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
SEMESTER 1:
- EARLY CHILDHOOD CARE AND EDUCATION IN INDIA
- UNDERSTANDING CHILD AND CHILDHOOD
- PRESCHOOL EDUCATION CURRICULUM
- CHILD PSYCHOLOGY
- COMMUNICATION SKILLS
- HEALTH AND NUTRITION
SEMESTER 2:
- DEVELOPMENT OF LANGUAGE AND LITERACY IN CHILDREN
- DEVELOPMENT OF MATHEMATICAL CONCEPT IN CHILDREN
- METHODS AND MATERIALS IN ECCE
- SCHOOL EXPERIENCE PROGRAM
SEMESTER 3:
- DEVELOPING UNDERSTANDING OF ENVIRONMENT IN CHILDREN
- PROFICIENCY IN LANGUAGE
- GENDER, DIVERSITY AND DISCRIMINATION
- WORKING WITH CHILDREN WITH SPECIAL NEEDS
- SCHOOL EXPERIENCE PROGRAM
SEMESTER 4:
- PLANNING AND ORGANIZATION OF A PRESCHOOL EDUCATION PROGRAM
- WORKING WITH FAMILIES AND COMMUNITY
- SELF DEVELOPMENT
- SCHOOL EXPERIENCE PROGRAM
हम आपको बता दे कि यह सिलेबस का सिर्फ ओवरव्यू दिया गया है और यह अलगभी हो सकता है। इसलिए विद्यार्थियों को सिलेबस को एक बार चेक और वेरीफाई कर लेना है।
DPSE COURSE ADMISSION PROCESS IN HINDI
DPSE कोर्स के अंदर एडमिशन कैसे मिलता है और प्रक्रिया क्या होती है, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
1.)DPSE कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होनी चाहिए। आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस तीनों डिसिप्लिन के विद्यार्थी कोर्स को करने के लिए योग्य है।
2.) योग्यता चेक करने के बाद विद्यार्थियों को इंस्टीट्यूट की रिसर्च करनी है और कॉलेज या इंस्टिट्यूट को सिलेक्ट करना है। सिलेक्ट करने के बाद विद्यार्थियों को एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होगा, जिसके अंदर जरूरी डॉक्यूमेंट और एप्लीकेशन फीस शामिल होगी।
3.) कुछ कॉलेज के अंदर एडमिशन डायरेक्ट और मेरिट के हिसाब से दिया जाता है। कुछ कॉलेज के अंदर एडमिशन एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद दिया जाता है। कुछ कॉलेज के अंदर काउंसलिंग सेशन के द्वारा एडमिशन दिया जाता है।
4.) एक बार सिलेक्ट हो जाने के बाद विद्यार्थियों को कॉलेज में जाकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और कॉलेज की फीस को जमा करवाना है। यह सारी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद एडमिशन कंफर्म हो गया है।
DPSE कोर्स करने के लिए कोई नेशनल लेवल की परीक्षा नहीं होती है। कुछ इंस्टिट्यूट और कॉलेज अपनी खुद की एंट्रेंस परीक्षा कंडक्ट करते हैं।
हर कॉलेज और इंस्टीट्यूट की एडमिशन प्रोसेस अलग-अलग होती है, इसलिए विद्यार्थियों को एडमिशन प्रक्रिया को एक बार वेरीफाई कर लेना है।
DPSE COURSE BEST COLLEGES LIST IN HINDI
DPSE कोर्स करने के लिए भारत के अंदर कौन-कौन से कॉलेज सबसे अच्छी है, उनकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- LADY IRWIN COLLEGE, NEW DELHI
- SHRI AUROBINDO INSTITUTE OF EDUCATION, NEW DELHI
- LES COLLEGE OF INNOVATION AND TECHNOLOGY, GREATER NOIDA
- CHANDIGARH COLLEGE OF EDUCATION, MOHALI
- THE PUPILS OWN INSTITUTE, CHENNAI
- MOP VAISHNAV COLLEGE FOR WOMEN, CHENNAI
- BANGALORE COLLEGE OF EDUCATION, BENGALURU
- RAMAKRISHNA MISSION SISTER NIVEDITA UNIVERSITY, KOLKATA
- ST XAVIER COLLEGE, KOLKATA
- GAUHATI UNIVERSITY, GUWAHATI
- STATE COUNCIL OF EDUCATION RESEARCH AND TRAINING, BHUBANESWAR
- SOPHIA COLLEGE FOR WOMEN, MUMBAI
- AGA KHAN TEACHER TRAINING INSTITUTE, MUMBAI
- MAHARAJA SAYAJIRAO UNIVERSITY OF BARODA, VADODARA
- GUJARAT UNIVERSITY, AHMEDABAD
इनके अलावा भी भारत के अंदर बहुत सारी कॉलेज और इंस्टिट्यूट है, जिनके अंदर DPSE और से जुड़े हुए एजुकेशनल कोर्स करवाए जाते हैं।
DPSE COURSE FEES IN HINDI
DPSE कोर्स की फीस निर्भर करती है कि इंस्टीट्यूट किस प्रकार का है, इंस्टीट्यूट किस जगह पर है, कॉलेज की रेपुटेशन और फैसिलिटी कौन सी है।
DPSE कोर्स गवर्नमेंट कॉलेज से करते हैं, तो सेमेस्टर की फीस ₹5000 से ₹15000 के बीच हो सकती है। पूरे कोर्स की फीस ₹20000 से ₹60000 के बीच हो सकती है।
DPSE कोर्स प्राइवेट कॉलेज से करते हैं, तो सेमेस्टर की फीस ₹15000 से ₹40000 के बीच हो सकती है। पूरे कोर्स की फीस ₹60000 से ₹200000 के बीच हो सकती है।
DPSE COURSE JOBS LIST IN HINDI
DPSE कोर्स करने के बाद कौन-कौन सी नौकरी कर सकते हैं, उसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- Preschool teacher
- Nursery teacher
- Daycare worker
- Playgroup facilitator
- Kindergarten teacher
- Early childhood educator
- Assistant teacher
- Montessori teacher
- Waldorf teacher
- Special needs assistant
यह सारी नौकरियां विद्यार्थी कोर्स को पूरा करने के बाद कर सकते हैं।
DPSE COURSE JOBS SALARY IN HINDI
DPSE कोर्स को पूरा करने के बाद नौकरी की सैलरी निर्भर करती है की नौकरी की जगह पर है, अनुभव कितना है, नौकरी किस प्रकार की है और स्किल और क्वालिफिकेशन कितनी है।
DPSE कोर्स करने के बाद नौकरी की शुरुआती सैलरी ₹8000 से ₹18000 रुपए के बीच हो सकती है महीने की।
Preschool teacher की शुरुआती सैलरी ₹10000 से ₹15000 के बीच होती है। Assistant teacher की शुरुआती सैलरी ₹8000 से ₹12000 के बीच होती है।
DPSE COURSE KE BAAD KYA KARE
DPSE कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी प्रीस्कूल टीचर, नर्सरी टीचर, किंडरगार्टन टीचर, देकेयर वर्कर जैसी नौकरियां कर सकते हैं।
DPSE कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी आगे bachelor of education, child development association certification जैसे कोर्स कर सकते हैं।
FAQS
1. )DPSE कोर्स क्या है?
DPSE एक कंप्रिहेंसिव कोर्स है, जो की डिजाइन किया गया है विद्यार्थियों को early childhood education की फील्ड के बारे में नॉलेज और स्किल सिखाई जाए।
2.)DPSE कोर्स का फुल फॉर्म क्या है?
DPSE कोर्स का फुल फॉर्म DIPLOMA IN PRESCHOOL EDUCATION है।
3.)DPSE कोर्स करने के लिए क्या योग्यता है?
DPSE कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए। आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस तीनों डिसिप्लिन के विद्यार्थी कोर्स को कर सकते हैं।
4.)DPSE कोर्स कितने साल का होता है?
DPSE कोर्स 2 साल का होता है, जिसके अंदर 4 सेमेस्टर शामिल होते हैं।