DHLS COURSE DETAILS IN HINDI | योग्यता & फीस | जॉब & सैलेरी | 2024

DHLS COURSE DETAILS IN HINDI | योग्यता & फीस | जॉब & सैलेरी | 2024

DHLS COURSE DETAILS IN HINDI

DHLS कोर्स का फुल फॉर्म DIPLOMA IN HEARING LANGUAGE AND SPEECH है, यह स्पेशलाइज्ड कोर्स इसलिए डिजाइन किया गया है ताकि विद्यार्थियों को ऑडियोलॉजी और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी के फील्ड के बारे में कंप्रिहेंसिव ट्रेनिंग दी जा सके।


DHLS कोर्स के अंदर विद्यार्थियों को कम्युनिकेशन डिसऑर्डर, हियरिंग इंपेयरमेंट्स और स्पीच लैंग्वेज डिसऑर्डर को कैसे एक्सेस, डायग्नोज और इलाज करते हैं, उसके बारे में जरूरी नॉलेज और स्किल सिखाई जाती है।DHLS कोर्स के करिकुलम के अंदर एनाटॉमी और फिजियोलॉजी, ऑडियोलॉजिकल और स्पीच लैंग्वेज असेसमेंट प्रिंसिपल, इंटरवेंशन टेक्निक्स और रिहैबिलिटेशन स्ट्रैटेजिक जैसे टॉपिक शामिल होते हैं।


DHLS कोर्स के अंदर विद्यार्थियों को डायग्नोस्टिक टूल जैसे की audiometers, tympanometers और अन्य इंस्ट्रूमेंट को उपयोग करना सिखाया जाता है। प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और क्लीनिकल रोशन के माध्यम से विद्यार्थी हियरिंग टेस्ट को संचालित करने, स्पीच और लैंग्वेज डेवलपमेंट का आकलन करने और ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत हस्तक्षेप योजना तैयार करने में दक्षता विकसित करते हैं।


DHLS कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी हॉस्पिटल, क्लीनिक, स्कूल, रिहैबिलिटेशन सेंटर ओर प्राइवेट प्रैक्टिस के अंदर काम कर सकते हैं।DHLS कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी ऑडियोलॉजिस्ट, हियरिंग एड स्पेशलिस्ट और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट के रूप के अंदर काम कर सकता है।DHLS कोर्स एक ऐसा विकल्प हो सकता है, उन विद्यार्थियों के लिए जो अपना करियर ऑडियोलॉजी और स्पीच लेने से पैथोलॉजी के अंदर बनाना चाहते हैं।


DHLS COURSE ELIGIBILITY IN HINDI


DHLS कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को साइंस के अंदर 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए।


PCB और PCM दोनों के विद्यार्थी DHLS कोर्स को कर सकते हैं।DHLS कोर्स करने के लिए विद्यार्थियों की उम्र कम से कम 17 वर्ष की होनी चाहिए।


DHLS COURSE DURATION IN HINDI


DHLS कोर्स 1 साल का होता है, जिसको 2 सेमेस्टर के अंदर विभाजित किया गया है। भारत के लगभग सभी इंस्टिट्यूट के अंदर DHLS कोर्स 1 साल का ही होता है।


कुछ इंस्टिट्यूट के अंदर DHLS कोर्स 2 साल का भी हो सकता है। यह कोर्स भारत के सिर्फ कुछ गिने-चुने इंस्टिट्यूट के अंदर ही करवाया जाता है।


DHLS COURSES SYLLABUS IN HINDI


DHLS कोर्स के अंदर कौन-कौन से विषय शामिल होते हैं और सिलेबस क्या होता है, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।


SEMESTER 1:

  • INTRODUCTION TO AUDIOLOGY-basic concept of hearing, anatomy and physiology, audiological equipments
  • INTRODUCTION TO SPEECH AND LANGUAGE PATHOLOGY-foundation of switch and lens development, types of switch and lens disorders, various assessment tools


SEMESTER 2:

  • MANAGEMENT OF COMMUNICATION DISORDERS-I
  • MANAGEMENT OF COMMUNICATION DISORDERS-I


हम आपको बता दें कि यह सिलेबस का सिर्फ ओवरव्यू दिया गया है और यह अलग भी हो सकता है, इसलिए विद्यार्थियों को सिलेबस को एक बार चेक और वेरीफाई कर लेना है।


DHLS COURSE ADMISSION PROCESS IN HINDI


DHLS कोर्स के अंदर एडमिशन कैसे मिलता है और प्रक्रिया क्या होती है, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।


1.)DHLS कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को साइंस के अंदर 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए।


2 ) विद्यार्थियों को रिसर्च करनी होगी और कॉलेज को सेलेक्ट करना होगा। उसके बाद विद्यार्थियों को एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होगा, जिसके अंदर जरूरी डॉक्यूमेंट और एप्लीकेशन फीस शामिल होगी।


3.) विद्यार्थियों ने जिस कॉलेज को सेलेक्ट किया है, यदि उसमें एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस परीक्षा देनी पड़ती है, तो विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा।


4.) कुछ कॉलेज के अंदर एडमिशन डायरेक्ट और मेरिट के हिसाब से दिया जाता है और कुछ कॉलेज के अंदर एडमिशन एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद दिया जाता है।


5.) कोर्स में एक बार सेलेक्ट हो जाने के बाद विद्यार्थियों को कॉलेज में जाकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और कॉलेज की फीस को जमा करवाना है। यह सारे प्रक्रिया को पूरा करने के बाद एडमिशन कंफर्म हो गया है।


कुछ इंस्टिट्यूट और कॉलेज ऐसे है, जिनके अंदर एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस परीक्षा देनी पड़ती है। भारत के ज्यादातर कॉलेज के अंदर एडमिशन डायरेक्ट और मेरिट के हिसाब से दिया जाता है।


हर कॉलेज की एडमिशन प्रोसेस अलग-अलग होती है, इसलिए विद्यार्थियों को एडमिशन प्रक्रिया को एक बार चेक कर लेना है।




DHLS COURSE DETAILS IN HINDI | योग्यता & फीस | जॉब & सैलेरी | 2024



DHLS COURSE BEST COLLEGES LIST IN HINDI


DHLS कोर्स करने के लिए भारत के अंदर कौन-कौन से कॉलेज सबसे अच्छी है, उनकी लिस्ट नीचे दी गई है।

  • ALL INDIA INSTITUTE OF SPEECH AND HEARING, MYSORE
  • GURU NANAK DEV UNIVERSITY, AMRITSAR
  • INSTITUTE OF SPEECH AND HEARING, CHANDIGARH
  • NATIONAL INSTITUTE OF SPEECH AND HEARING, KERALA
  • SHRI RAMCHANDRA INSTITUTE OF HIGHER EDUCATION AND RESEARCH, CHENNAI
  • NATIONAL INSTITUTE FOR THE HEARING HANDICAPPED,  KOLKATA
  • RAMAKRISHNA MISSION INSTITUTE OF CULTURE, KOLKATA
  • CALCUTTA SPEECH AND HEARING INSTITUTE, KOLKATA
  • KJ SOMAIYA COLLEGE OF SPEECH THERAPY, MUMBAI
  • AM PUNE INSTITUTE OF SPEECH AND HEARING, PUNE
  • INSTITUTE OF SPEECH THERAPY AND AUDIOLOGY, MUMBAI


यह सारी DHLS कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज है और इनके अलावा भी भारत के अंदर बहुत सारी गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेज है।


DHLS COURSE FEES IN HINDI


DHLS कोर्स की फीस निर्भर करती है कि कॉलेज किस प्रकार की है, किस जगह पर है और प्रोग्राम कितने साल का है‌।


DHLS कोर्स गवर्नमेंट कॉलेज से करते हैं, तो पूरे कोर्स की फीस ₹25000 से ₹75000 के बीच होती है।


DHLS कोर्स प्राइवेट कॉलेज से करते हैं, तो पूरे कोर्स की फीस ₹50000 से ₹200000 के बीच हो सकती है।


DHLS COURSE JOBS LIST IN HINDI


DHLS कोर्स करने के बाद विद्यार्थी कौन-कौन सी नौकरी कर सकते हैं, उसकी लिस्ट नीचे दी गई है।

  • Audiologist
  • Speech language pathologist
  • Hearing aid dispenser
  • Special educator
  • Speech therapist
  • Rehabilitation therapist
  • Auditori verbal therapist
  • Teacher of the deaf
  • Speech rehabilitation specialist
  • Assistive technology specialist


यह सारी नौकरियां विद्यार्थी कोर्स को पूरा करने के बाद कर सकते हैं।


DHLS COURSE JOBS SALARY IN HINDI


DHLS कोर्स करने के बाद नौकरी की सैलरी निर्भर करती है कि जब किसी प्रकार की है, किस जगह पर है और अनुभव कितना है।


DHLS कोर्स करने के बाद नौकरी की शुरुआती सैलरी ₹12000 से ₹40000 के बीच हो सकती है महीने की।


Audiologist की शुरुआती सैलरी ₹20000 से ₹40000 के बीच हो सकती है। Speech lineage pathologist की शुरुआती सैलरी ₹18000 से ₹35000 के बीच हो सकती है। Speech therapist की शुरुआती सैलरी ₹15000 से ₹30000 के बीच होती है।


DHLS COURSE KE BAAD KYA KARE


DHLS कोर्स करने के बाद विद्यार्थी ऑडियोलॉजिस्ट असिस्टेंट, स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी असिस्टेंट, स्पेशल एजुकेटर, स्पीच थैरेपिस्ट, रिहैबिलिटेशन थैरेपिस्ट जैसी नौकरियां कर सकते हैं।


DHLS कोर्स करने के बाद विद्यार्थी आगे BACHELOR OF AUDIOLOGY AND SPEECH LANGUAGE PATHOLOGY (BASLP) और अन्य सर्टिफिकेशन कोर्स कर सकते हैं।


FAQS


1.)DHLS कोर्स क्या है?


DHLS स्पेशलाइज्ड कोर्स है, जो डिजाइन किया गया है ताकि विद्यार्थियों को ऑडियोलॉजी और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी के फील्ड के बारे में जरूरी नॉलेज और स्किल सिखाई जाए, जिससे विद्यार्थी अपना अच्छा करियर बना पाए।


2.)DHLS कोर्स का फुल फॉर्म क्या है?


DHLS कोर्स का फुल फॉर्म DIPLOMA IN HEARING LANGUAGE AND SPEECH है।


3.)DHLS कोर्स करने के लिए क्या योग्यता है?


DHLS कोर्स करने के लिए विद्यार्थियों को साइंस के अंदर 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए।


4.)DHLS कोर्स कितने साल का है?


DHLS कोर्स 1 साल का है, जिसके अंदर 2 सेमेस्टर शामिल होते हैं।

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