B.DES COURSE DETAILS IN HINDI
B.DES कोर्स का फुल फॉर्म BACHELOR OF DESIGN है, यह अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम है जो विद्यार्थियों को डिजाइन की अलग-अलग डिसिप्लिन के बारे में कंप्रिहेंसिव नॉलेज और स्किल प्रदान करने पर फोकस करता है।B.DES प्रोग्राम 4 साल का होता है, जिसके अंदर थियोरेटिकल स्टडी और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दोनों शामिल होती है।
B.DES प्रोग्राम के अंदर विद्यार्थियों को डिजाइन थ्योरी के फंडामेंटल के बारे में पढ़ाया जाता है जिसके अंदर कलर थिअरी, टाइपोग्राफी, कंपोजीशन और एस्थेटिक्स के प्रिंसिपल के बारे में सिखाया जाता है। इसके साथ विद्यार्थियों को कोर्स के अंदर डिजाइन सॉफ्टवेयर टूर और तकनीक के बारे में भी पढ़ाया जाता है।
B.DES कोर्स के कार्यक्रम के अंदर डिजाइन फंडामेंटल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स, डिजाइन थिंकिंग, हिस्ट्री का डिजाइन, रिप्रेजेंटेशन टेक्निक्स जैसे विषय शामिल होतेहैं।B.DES कोर्स के अंदर कम्युनिकेशन डिजाइन, प्रोडक्ट डिजाइन, फैशन डिजाइन और इंटीरियर डिजाइन जैसी स्पेशलाइजेशन शामिल होती है।
B.DES को पूरा करने के बाद विद्यार्थी ग्राफिक डिजाइनर, प्रोडक्ट डिजाइनर, फैशन डिजाइनर ऑर्डर इंटीरियर डिजाइनर जैसी नौकरियां कर सकता है।B.DES कोर्स को करने से विद्यार्थी डिजाइन वर्ल्ड के अंदर जरूरी नॉलेज स्किल और क्रिएटिव थिंकिंग हासिल करता है, जिससे विद्यार्थी अपना सक्सेसफुल करियर डिजाइन की इंडस्ट्री के अंदर बना सकता है।
B.DES COURSE ELIGIBILITY IN HINDI
B.DES कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए।
B.DES कोर्स को साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज के विद्यार्थी कर सकते हैं।B.DES कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों की उम्र कम से कम 19 वर्ष के होने चाहिए।
B.DES कोर्स भारत की टॉप यूनिवर्सिटी और कॉलेज से करने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा।
B.DES COURSE DURATION IN HINDI
B.DES कोर्सेज 4 साल का होता है, जिसके अंदर 8 सेमेस्टर शामिल होते हैं और हर एक सेमेस्टर 6 महीने का होता है।
कुछ इंस्टिट्यूट के अंदर इंटीग्रेटेड B.DES को ऑफर किया जाता है, जो 5 से 6 साल का होता है।
B.DES COURSE SPECIALIZATION LIST IN HINDI
B.DES कोर्स के अंदर कौन-कौन सी स्पेशलाइजेशन शामिल होती है, उसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- Graphic design
- User interface design
- User experience design
- Animation design
- Multimedia design
- Visual communication
- Industrial design
- Product design engineering
- Interaction design
- Furniture design
- Automotive design
- Toy design
- Product innovation
- Fashion design
- Textile design
- Fashion business management
- Jewelry design
- Interior design
- Exhibition design
- Ceramic and glass design
- Game design
- Information design
- Design management
विद्यार्थी अपने इंटरेस्ट की स्पेशलाइजेशन के अंदर B.DES कोर्स को कर सकते हैं और अपना सक्सेसफुल करियर बना सकते हैं।
B.DES COURSE SYLLABUS IN HINDI
B.DES कोर्स के अंदर कौन-कौन से विषय शामिल होते हैं और सिलेबस क्या होता है, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
SEMESTER 1 & 2:
- DESIGN FUNDAMENTAL
- COMMUNICATION SKILLS FOR DESIGN
- CREATIVE VISUALISATION TECHNIQUES
- DESIGN THINKING
- HISTORY OF DESIGN
- MATERIAL SCIENCE
- DRAWING AND SKETCHING
- INTRODUCTION TO DESIGNS SOFTWARE
- BASIC OF PHOTOGRAPHY
- INTRODUCTION TO TYPOGRAPHY
SEMESTER 3 & 4:
- REPRESENTATION TECHNIQUES
- USER CENTERED DESIGN
- DESIGN RESEARCH METHODS
- PRODUCT DESIGN FUNDAMENTALS
- TYPOGRAPHY AND LAYOUT
- COLOR THEORY AND APPLICATION
- USER INTERFACE DESIGN FUNDAMENTALS
- BASIC ANIMATION PRINCIPLES
- INTRODUCTION TO 3D MODELING
SEMESTER 5 & 6:
- GRAPHIC DESIGN PRINCIPALS
- PRODUCT DESIGN ENGINEERING
- DESIGN FOR SUSTAINABILITY
- DESIGN PROJECT MANAGEMENT
- DESIGN FOR ACCESSIBILITY
- DESIGN RESEARCH PROJECT
- ADVANCED WEB DESIGN
- PACKAGING DESIGN
- ANIMATION TECHNIQUES
SEMESTER 7 & 8:
- DESIGN THESIS PROJECT
- DESIGN PORTFOLIO DEVELOPMENT
- PROFESSIONAL PRACTICE IN DESIGN
- INTERNSHIP
- DESIGN ENTREPRENEURSHIP
- DESIGN FOR SOCIAL IMPACT
हम आपको बता दे कि यह सिलेबस का सिर्फ ओवरव्यू दिया गया है और यह अलग भी हो सकता है, इसलिए विद्यार्थियों को सिलेबस को एक बार चेक और वेरीफाई कर लेना है।
B.DES कोर्स के अंदर इलेक्टिव सब्जेक्ट भी शामिल होते हैं और स्पेशलाइजेशन का ऑप्शन भी होता है।
B.DES COURSE ENTRANCE EXAM LIST IN HINDI
B.DES कोर्स करने के लिए कौन-कौन सी एंट्रेंस परीक्षाएं होती है, उनकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- UCEED
- NIFT ENTRANCE EXAM
- JEE MAIN PAPER 2
- SCET-DESIGN
- SEED
- IPU CET
- LPUNEST
कुछ एंट्रेंस परीक्षा नेशनल और राज्य लेवल की होती है और कुछ एंट्रेंस परीक्षा यूनिवर्सिटी और कॉलेज लेवल की होती है। यह निर्भर करता है विद्यार्थी पर कि वह किस कॉलेज में जाना चाहता है और कौन सी एंट्रेंस परीक्षा देना चाहता है।
B.DES COURSE ADMISSION PROCESS IN HINDI
B.DES कोर्स के अंदर एडमिशन कैसे मिलता है और प्रक्रिया क्या होती है, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
1.)B.DES कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को सबसे पहले 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए।
2.) उसके बाद विद्यार्थियों को रिसर्च करनी है और अच्छी कॉलेज को सिलेक्ट करना है। विद्यार्थी जिस कॉलेज में जाना चाहते हैं, उसमें एडमिशन लेने के लिए कौन सी एंट्रेंस परीक्षा देनी होती है, यह चेक करना है।
3.) एंट्रेंस परीक्षा सेलेक्ट करने के बाद, विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा के लिए रजिस्टर करना है और एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना है। उसके बाद विद्यार्थियों को एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होता है, जिसके अंदर जरूरी डॉक्यूमेंट और एप्लीकेशन फीस शामिल होती है।
4.) कुछ कॉलेज के अंदर एडमिशन एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद दिया जाता है। कुछ कॉलेज के अंदर ऐडमिशन काउंसलिंग सेशन के द्वारा दिया जाता है और कुछ कॉलेज ऐसी है जिसमें मेरिट के हिसाब से एडमिशन दिया जाता है।
5.) सिलेक्ट हो जाने के बाद विद्यार्थियों को कॉलेज में जाकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और कॉलेज की फीस को जमा करवाना है। यह सारी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद एडमिशन कंफर्म हो गया है।
नेशनल और राज्य लेवल की एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद विद्यार्थियों को उनके रैंक के हिसाब से कॉलेज के अंदर सीट अलॉटमेंट की जाती है।
हर कॉलेज की एडमिशन प्रोसेस अलग-अलग होती है, इसलिए विद्यार्थियों को एडमिशन प्रक्रिया को एक बार चेक कर लेना है।
B.DES COURSE TOP COLLEGES LIST IN HINDI
B.DES कोर्स को करने के लिए कौन-कौन सी कॉलेज सबसे अच्छी है, उनके लिस्ट दी गई है।
- NATIONAL INSTITUTE OF DESIGN, AHMEDABAD
- INDIAN INSTITUTE OF TECHNOLOGY DELHI
- INDIAN INSTITUTE OF TECHNOLOGY GUWAHATI
- LOVELY PROFESSIONAL UNIVERSITY, PHAGWARA
- AMITY SCHOOL OF FASHION DESIGN, NOIDA
- NATIONAL INSTITUTE OF FASHION DESIGN HEADQUARTERS, NEW DELHI
- SRISHTI INSTITUTE OF ART, DESIGN AND TECHNOLOGY, BENGALURU
- INDIAN INSTITUTE OF TECHNOLOGY HYDERABAD
- SRM INSTITUTE OF SCIENCE AND TECHNOLOGY, CHENNAI
- SYMBIOSIS INSTITUTE OF DESIGN, PUNE
- INDIAN INSTITUTE OF TECHNOLOGY KHARAGPUR
- NATIONAL INSTITUTE OF DESIGN KURUKSHETRA
- INDIAN INSTITUTE OF TECHNOLOGY PATNA
- INSTITUTE OF HOTEL MANAGEMENT CATERING TECHNOLOGY AND APPLIED NUTRITION, KOLKATA
- JD BIRLA INSTITUTE OF DESIGN, KOLKATA
- INDUSTRIAL DESIGN CENTRE, IIT BOMBAY, MUMBAI
- MIT INSTITUTE OF DESIGN, PUNE
- CEPT UNIVERSITY, AHMEDABAD
- PEARL ACADEMY, MUMBAI
- MAHARAJA SAYAJIRAO UNIVERSITY OF BARODA, VADODARA
यह सारी कॉलेज B.DES कोर्स को करने के लिए भारत की सबसे अच्छी और टॉप कॉलेज है और इनके अलावा बहुत सारी गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेज है।
B.DES COURSE FEES IN HINDI
B.DES कोर्स की फीस निर्भर करती है कि कॉलेज किस प्रकार की है, किस जगह पर है, कोर्स कितने साल का है और स्पेशलाइजेशन कौन सी है।
B.DES कोर्स गवर्नमेंट कॉलेज से करते हैं, तो सेमेस्टर की फीस ₹5000 से ₹25000 के बीच होती है। पूरे कोर्स की फीस ₹20000 से ₹100000 के बीच होती है।
B.DES कोर्स प्राइवेट कॉलेज से करते हैं, तो सेमेस्टर की फीस ₹20000 से ₹100000 के बीच होती है। पूरे कोर्स की फीस 1 से 22 लख रुपए के बीच होती है।
B.DES COURSE JOBS LIST IN HINDI
B.DES कोर्स करने के बाद कौन-कौन सी नौकरी कर सकते हैं, उसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- Graphic Designer
- Fashion Designer
- Industrial Designer
- Interior Designer
- UX/UI Designer
- Web Designer
- Animation Designer
- Product Designer
- Exhibition Designer
- Packaging Designer
- Textile Designer
- Visual Merchandiser
- Multimedia Artist
- Game Designer
- User Experience Researcher
B.DES कोर्स करने के बाद विद्यार्थी कौन सी नौकरी करेंगे, यह निर्भर करता है उनकी स्किल और स्पेशलाइजेशन पर।
B.DES COURSE JOBS SALARY IN HINDI
B.DES कोर्स करने के बाद नौकरी की सैलरी निर्भर करती है कि स्पेशलाइजेशन कौन सी है, नौकरी किस जगह पर है, नौकरी किस कंपनी के अंदर है, स्किल और एक्सपीरियंस कितना है।
B.DES कोर्स को पूरा करने के बाद एंट्री लेवल पोजीशन की शुरुआती सैलरी ₹25000 से ₹50000 के बीच होती है महीने की।
B.DES कोर्स को पूरा करने के बाद और अनुभव हासिल करने के बाद नौकरी की शुरुआती सैलेरी ₹30000 से ₹40000 के बीच हो सकती है। एक्सपीरियंस्ड ग्रैजुएट की शुरुआती सैलरी 45000 रुपए से ऊपर हो सकती है।
B.DES COURSE KE BAAD KYA KARE
B.DES कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी ग्राफिक डिजाइन, प्रोडक्ट डिजाइन, फैशन डिजाइन, इंटीरियर डिजाइन, एनिमेशन और मल्टीमीडिया डिजाइन जैसी स्पेशलाइजेशन के अंदर अपना कैरियर बन सकता है।
B.DES को पूरा करने के बाद विद्यार्थी आगे M.DES, MBA और अन्य शॉर्ट टर्म कोर्स को कर सकता है।
इसके अलावा विद्यार्थी कोर्स को पूरा करने के बाद फ्रीलांसिंग के अंदर अपना कैरियर बन सकता है, अपना खुद का बिजनेस ऑर्डर डिजाइन स्टूडियो को शुरू कर सकता है, डिजाइन रिसर्च और कंटेंट क्रिएशन के अंदर भी अपना करियर बन सकता है।
FAQS
1.)B.DES कोर्स क्या है?
B.DES अंडरग्रैजुएट डिग्री प्रोग्राम है, जिसके अंदर विद्यार्थियों को डिजाइन की अलग-अलग डिसिप्लिन के बारे में कंप्रिहेंसिव नॉलेज और स्किल सिखाई जाती है, जिसको सीखने के बाद विद्यार्थी अपना सक्सेसफुल करियर डिजाइन फील्ड के अंदर बना सकते हैं।
2.)B.DES कोर्स का फुल फॉर्म क्या है?
B.DES कोर्स का फुल फॉर्म BACHELOR OF DESIGN है।
3.)B.DES कोर्स को करने के लिए क्या योग्यता है?
B.DES कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा को पास करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए। आर्ट्स, कॉमर्स, साइंस और ह्यूमैनिटीज के विद्यार्थी कोर्स को कर सकते हैं।
4.)B.DES कोर्स कितने साल का है?
B.DES कोर्स 4 साल का होता है, जिसके अंदर 8 सेमेस्टर शामिल होते हैं।