MA ECONOMICS IN HINDI | MA ECONOMICS COURSE DETAILS IN HINDI
MA ECONOMICS यानी MASTER OF ARTS IN ECONOMICS, यह ग्रेजुएट लेवल का प्रोग्राम है, जो की डिजाइन किया गया है ताकि विद्यार्थियों को इकोनोमिक थिअरी, प्रिंसिपल और मेथाडोलॉजिस के बारे में एडवांस्ड अंडरस्टैंडिंग दी जा सके।
MA ECONOMICS कोर्स के अंदर माइक्रोइकोनॉमिक्स, मैक्रोइकोनॉमिक्स, इकोनॉमिक्स और स्पेशलाइज्ड एरिया जैसे की इंटरनेशनल ट्रेड, डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स, फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स और लेबर इकोनॉमिक्स जैसे एक्सेप्ट के बारे में गहरी नॉलेज दी जाती है।
MA ECONOMICS कोर्स के करिकुलम के अंदर core subjects और elective subjects शामिल होते हैं, जिससे विद्यार्थी किसी भी एक पार्टिकुलर फील्ड के अंदर स्पेशलाइज हो सकते हैं। Core subjects के अंदर इकोनामिक थिअरी, मैथमेटिकल मैथर्ड फॉर इकोनॉमिक्स और इकोनॉमैट्रिक्स जैसे विषय शामिल होते हैं।
MA ECONOMICS कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी ऐकडेमिया, रिसर्च इंस्टीट्यूशन, गवर्नमेंट इंडस्ट्रीज, इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ओर प्राइवेट सेक्टर फर्म में नौकरी कर सकते हैं।MA ECONOMICS कोर्स को पूरा करने के बाद इकोनॉमिस्ट, पॉलिसी एनालिस्ट, कंसल्टेंट और रिसर्चर के रूप में काम कर सकते हैं।
MA ECONOMICS COURSE ELIGIBILITY IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को BA IN ECONOMICS, BSC IN ECONOMICS और इकोनामिक फील्ड के अंदर बैचलर ऑफ़ कॉमर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी MA ECONOMICS कोर्स को कर सकते हैं।
MA ECONOMICS कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों के बैचलर डिग्री के अंदर मार्क्स 50% से ऊपर होने चाहिए।
भारत के टॉप यूनिवर्सिटी और कॉलेज से MA ECONOMICS कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा।
MA ECONOMICS COURSE DURATION IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स 2 साल का होता है, जिसके अंदर चार सेमेस्टर शामिल होते हैं और हर एक सेमेस्टर 6 महीने का होता है।
MA ECONOMICS कोर्स विद्यार्थी डिस्टेंस लर्निंग से करते हैं तो कोर्स 2 साल से ऊपर का भी हो सकता है।
MA ECONOMICS SYLLABUS IN HINDI | MA ECONOMICS SUBJECT IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स का सिलेबस क्या है और कौन-कौन से विषय शामिल होते हैं, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
SEMESTER 1:
- MICROECONOMICS
- MACROECONOMICS
- MATHEMATICS FOR ECONOMICS
- STATISTICS
SEMESTER 2:
- OPEN ECONOMY MACROECONOMICS
- GENERAL EQUILIBRIUM AND WELFARE ECONOMICS
- RESEARCH METHODS IN ECONOMICS
- INTERNATIONAL ECONOMICS
SEMESTER 3:
- ECONOMETRICS
- DEVELOPMENT ECONOMICS
- PUBLIC ECONOMICS
- ELECTIVE SUBJECTS
SEMESTER 4:
- RESEARCH PROJECT
- ELECTRIC SUBJECTS
- SEMINAR IN ECONOMICS
हम आपको बता दें कि यह सिलेबस का सिर्फ ओवरव्यू दिया गया है और यह अलग भी हो सकता है।
MA ECONOMICS ENTRANCE EXAM LIST IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स करने के लिए कौन-कौन सी एंट्रेंस परीक्षाएं होती है, उनकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- CUET PG
- IIT JAM
- GATE
- UNIVERSITY SPECIFIC ENTRANCE EXAMS
कुछ एंट्रेंस परीक्षा आए नेशनल और राज्य लेवल की होती है और कुछ एंट्रेंस परीक्षाएं यूनिवर्सिटी और कॉलेज लेवल की होती है। यह निर्भर करता है विद्यार्थी पर कि वह किस कॉलेज में जाना चाहता है और कौन सी एंट्रेंस परीक्षा देना चाहता है।
MA ECONOMICS COURSE ADMISSION PROCESS IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स के अंदर एडमिशन कैसे मिलता है और प्रक्रिया क्या होती है, उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
1.)MA ECONOMICS कोर्स करने के लिए विद्यार्थियों को इकोनॉमी की फील्ड के अंदर बैचलर डिग्री को पूरा करना होगा, जिसके अंदर विद्यार्थियों के काम से कम 50% होने चाहिए।
2.) उसके बाद विद्यार्थियों को एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होगा, जिसके अंदर जरूरी डॉक्यूमेंट और एप्लीकेशन फीस शामिल होगी।
3.) विद्यार्थियों ने जिस भी कॉलेज को सिलेक्ट किया है, यदि उसे कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा देनी पड़ती है, तो विद्यार्थियों को उसे एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा।
4.) उसके बाद यूनिवर्सिटी और कॉलेज के द्वारा विद्यार्थियों के एंट्रेंस परीक्षा के मार्क्स और बैचलर डिग्री के मार्क्स के हिसाब से मेरिट लिस्ट को जारी किया जाएगा।
5.) सिलेक्टेड विद्यार्थियों को कॉलेज में जाकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाना है और कॉलेज की फीस को जमा करवाना है। यह सारी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद विद्यार्थियों का एडमिशन कंफर्म हो गया है।
कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटी के अंदर विद्यार्थियों को एडमिशन डायरेक्ट दिया जाता है यानी मेरिट के हिसाब से दिया जाता है। कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटी के अंदर एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा।
हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी की एडमिशन प्रोसेस अलग-अलग होती है, इसलिए विद्यार्थियों को एडमिशन प्रक्रिया को एक बार चेक और वेरीफाई कर लेना है।
MA ECONOMICS COURSE BEST COLLEGE LIST IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स करने के लिए भारत के अंदर कौन-कौन सी कॉलेज सबसे अच्छी है, उनकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- DELHI SCHOOL OF ECONOMICS, UNIVERSITY OF DELHI
- JAWAHARLAL NEHRU UNIVERSITY, NEW DELHI
- UNIVERSITY OF HYDERABAD
- INDIRA GANDHI INSTITUTE OF DEVELOPMENT RESEARCH, MUMBAI
- MADRAS SCHOOL OF ECONOMICS, CHENNAI
- GOKHALE INSTITUTE OF POLITICS AND ECONOMICS, PUNE
- ST STEPHEN COLLEGE, DELHI
- ST XAVIER COLLEGE, MUMBAI
- PRESIDENCY UNIVERSITY, KOLKATA
- SHRI RAM COLLEGE OF COMMERCE, DELHI
- LOYOLA COLLEGE, CHENNAI
- CHRIST UNIVERSITY, BANGALORE
इनके अलावा भी भारत के अंदर बहुत सारे गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेज है, जिनके अंदर मास्टर ऑफ आर्ट इन इकोनामिक का कोर्स उपलब्ध है।
MA ECONOMICS COURSE FEES IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स की फीस निर्भर करती है कि कॉलेज किस प्रकार की है, कॉलेज किस जगह पर है और प्रोग्राम का स्ट्रक्चर क्या है।
MA ECONOMICS का कोर्स गवर्नमेंट कॉलेज से करते हैं, तो सेमेस्टर की फीस ₹5000 से ₹20000 के बीच हो सकती है। पूरे कोर्स की फीस ₹20000 से ₹80000 के बीच हो सकती है।
MA ECONOMICS का कोर्स प्राइवेट कॉलेज से करते हैं, तो सेमेस्टर की फीस ₹20000 से ₹100000 के बीच हो सकती है। पूरे कोर्स की फीस ₹100000 से ₹500000 के बीच हो सकती है।
MA ECONOMICS का कोर्स डिस्टेंस लर्निंग से करते हैं, तो पूरे कोर्स की फीस ₹20000 से ₹120000 रुपए के बीच हो सकती है।
MA ECONOMICS COURSE JOBS LIST IN HINDI
MA ECONOMICS का कोर्स करने के बाद कौन-कौन सी नौकरी कर सकते हैं, उसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- Economist
- Policy Analyst
- Financial Analyst
- Research Economist
- Economic Consultant
- Data Analyst
- Statistician
- Investment Analyst
- Market Research Analyst
- Government Economist
- Development Economist
- International Trade Specialist
- Risk Analyst
- Economic Forecaster
- Pricing Analyst
यह सारी नौकरियां विद्यार्थी कोर्स को पूरा करने के बाद कर सकते हैं।
MA ECONOMICS COURSE JOBS SALARY IN HINDI
MA ECONOMICS कोर्स को पूरा करने के बाद शुरुआती सैलरी ₹25000 से ₹50000 के बीच हो सकती है महीने की।
MA ECONOMICS कोर्स को पूरा करने के बाद और 3 से 5 साल का अनुभव होने के बाद एवरेज सैलेरी ₹50000 से ₹100000 के बीच हो सकती है।
सीनियर लेवल पोजीशन के प्रोफेशनल्स की एवरेज सैलेरी₹100000 से ₹200000 के बीच हो सकती है महीने की।
MA ECONOMICS KE BAAD KYA KARE
MA ECONOMICS कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी इकोनॉमिस्ट, फाइनेंशियल एनालिस्ट, रिस्क एनालिस्ट, डाटा एनालिस्ट, मार्केट रिसर्च एनालिस्ट, मैनेजमेंट कंसलटेंट, बिजनेस एनालिस्ट और पॉलिसी एनालिस्ट जैसी नौकरियां कर सकता है।
MA ECONOMICS कोर्स को पूरा करने के बाद आगे PHD IN ECONOMICS, MASTER OF BUSINESS ADMINISTRATION जैसे कोर्स कर सकते हैं।
FAQS
1.)MA ECONOMICS कोर्स क्या है?
MA ECONOMICS एक ग्रेजुएट लेवल का डिग्री प्रोग्राम है, जो की डिजाइन किया गया है ताकि विद्यार्थियों को इकोनॉमिक्स फील्ड के बारे में एडवांस्ड नॉलेज और स्किल सिखाई जाए।
2.)MA ECONOMICS का फुल फॉर्म क्या है?
MA ECONOMICS कोर्स का फुल फॉर्म MASTER OF ARTS IN ECONOMICS है।
3.)MA ECONOMICS कोर्स करने के लिए क्या योग्यता है?
MA ECONOMICS कोर्स को करने के लिए विद्यार्थियों को इकोनॉमी की फील्ड के अंदर बैचलर डिग्री को पूरा करना होगा, जिसके अंदर कम से कम 50% होने चाहिए।
4.)MA ECONOMICS कितने साल का कोर्स है?
MA ECONOMICS कोर्स 2 साल का होता है, जिसके अंदर 4 सेमेस्टर शामिल होते हैं।