M.COM KYA HOTA HAI | M.COM COURSE DETAILS IN HINDI
M.COM जिसका फुल फॉर्म MASTER OF COMMERCE हैं, यह पोस्ट ग्रेजुएट एकेडमिक प्रोग्राम है जिसके अंदर कॉमर्स, इकोनॉमिक्स और उससे जुड़ी हुई फील्ड के बारे में एडवांस स्टडी प्रदान की जाती है। यह 2 साल का कोर्स होता है जो कई सारी यूनिवर्सिटीज और बिजनेस स्कूल द्वारा प्रदान किया जाता है।
M.COM डिजाइन किया गया है ताकि विद्यार्थियों को कॉमर्स, फाइनेंस, अकाउंटिंग और बिजनेस मैनेजमेंट के बारे में गहरी अंडरस्टैंडिंग दी जा सके।M.COM कोर्स के अंदर बहुत सारे विशेष शामिल होते हैं जैसे की financial accounting, business statistics economics, business management, taxation, corporate law और बहुत सारे।
विद्यार्थियों को एनालिटिकल स्किल्स और इन डेप्थ नॉलेज दी जाती है जो उनको कॉरपोरेट फाइनेंस ऑडिटिंग, टैक्सेशन और कंसलटिंग के रोल के लिए तैयार करती है। इसके साथ इस कोर्स के अंदर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग, प्रोजेक्ट और इंटर्नशिप भी शामिल होती है। इस कोर्स के अंदर स्पेशलाइजेशन का ऑप्शन होता है जिसके अंदर financial management, international business और entrepreneurship जैसे स्पेसिफिक एरिया के अंदर अपना कैरियर बना सकते हैं।
M.COM कोर्स करने के बाद विद्यार्थी कॉरपोरेट सेक्टर, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन, गवर्नमेंट एजेंसीज और अकादमी के अंदर अपना कैरियर बना सकते हैं। इसके साथ आप फाइनेंशियल एनालिस्ट, ऑडिटर, टैक्स कंसलटेंट, इन्वेस्टमेंट बैंकर और कॉर्पोरेट मैनेजर जैसी नौकरियां कर सकते हैं।M.COM एक वैल्युएबल क्वालिफिकेशन है जो विद्यार्थियों को कॉमर्स की फील्ड के बारे में गहरी नॉलेज और स्किल प्रदान करती है।
M.COM KARNE KE FAYDE
M.COM कोर्स करने के फायदे कौन-कौन से हो सकते हैं उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
1.)M.COM कोर्स के अंदर विद्यार्थियों को स्पेशलाइज्ड स्किल और इन डेप्थ नॉलेज प्रदान की जाती है एकाउंटिंग, फाइनेंस, टैक्सेशन और बिजनेस मैनेजमेंट जैसे एरिया के अंदर।
2.)M.COM कोर्स के विद्यार्थियों के पास एनहांस कैरियर प्रोस्पेक्ट होते हैं। इस कोर्स के ग्रेजुएट मैनेजरियल और लीडरशिप रोल के लिए योग्य माने जाते हैं। इस कोर्स की एडवांस्ड नॉलेज के कारण आपको एक अच्छे पद की नौकरी मिलती है।
3.)M.COM करने से आपके पास स्पेसिफिक एरिया के अंदर अच्छी स्किल और नॉलेज होती है जिसकी वजह से जो सैलरी मिलती है वह बहुत ज्यादा होती है।M.COM कोर्स करने के बाद आपके पास बहुत सारे करियर के ऑप्शन होते हैं और यह वर्सेटिलिटी विद्यार्थियों को अलग-अलग सेक्टर के अंदर काम करने का मौका देती है।
4.)M.COM करने से आपके पास नेटवर्किंग की अपॉर्चुनिटी रहती है और यह कोर्स करने के बाद आप विदेश के अंदर भी नौकरी कर सकते हैं।
M.COM कोर्स उन विद्यार्थियों के लिए है जो बिजनेस के अंदर और उससे जुड़ी हुई फील्ड के अंदर अपना कैरियर बनाना चाहते हैं।
M.COM ELIGIBILITY IN HINDI
M.COM करने के लिए विद्यार्थियों को सबसे पहले बैचलर डिग्री को हासिल करना होगा जैसे की B.COM, BBA और इस फील्ड से जुड़ी हुई।
बैचलर डिग्री के अंदर विद्यार्थियों के कम से कम 50% से 60% होने चाहिए।
आप यदि यह कोर्स भारत के टॉप यूनिवर्सिटी से करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा।
M.COM DURATION IN HINDI | M.COM KITNE YEAR KI H
M.COM 2 साल का कोर्स होता है जिसके अंदर चार सेमेस्टर शामिल होते हैं।
M.COM के पहले साल के अंदर विद्यार्थियों को कोर सब्जेक्ट के बारे में पढ़ाया जाता है जैसे की अकाउंटिंग, फाइनेंस, मार्केटिंग, इकोनॉमिक्स जो स्टैटिसटिक्स।
M.COM के दूसरे साल के अंदर विद्यार्थियों को उनकी स्पेशलाइजेशन के हिसाब से पढ़ाया जाता है जो उनको उनकी फील्ड के लिए जरूरी नॉलेज और स्किल प्रदान करती है।
M.COM ENTRANCE EXAM LIST IN HINDI
M.COM कोर्स आपके यदि भारत की टॉप यूनिवर्सिटी और कॉलेज से करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एंट्रेंस परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा और नीचे ऐसे एंट्रेंस परीक्षा की लिस्ट दी गई है।
- CUET PG
- IPU CET
- BHU PET
- MAT
- XAT
- DUET
- PESSAT
- AUCET
कुछ एंट्रेंस परीक्षाएं नेशनल लेवल और राज्य लेवल की होती है और कुछ परीक्षाएं यूनिवर्सिटी लेवल की होती है। आप कौन सी कॉलेज से यह कोर्स करना चाहते हैं उसे पर निर्भर करता है की आपको कौन सी परीक्षा देनी है।
M.COM ADMISSION PROCESS IN HINDI
M.COM कोर्स के अंदर एडमिशन कैसे मिलता है और उसकी प्रक्रिया क्या होती है उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
1.) सबसे पहले आपको कॉमर्स की फील्ड के अंदर एक बैचलर डिग्री को हासिल करना है जिसके अंदर आपके कम से कम 50% होने चाहिए।
2.) कुछ कॉलेज के अंदर एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा को देना होता है। विद्यार्थियों को एक एंट्रेंस परीक्षा सेलेक्ट करके उसको क्वालीफाई करना होगा।
3.) उसके बाद विद्यार्थियों को एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होगा जिसके अंदर जरूरी डॉक्यूमेंट और एप्लीकेशन फीस शामिल होगी।
4.) यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों के एंट्रेंस परीक्षा के मार्क्स के आधार पर कैंडिडेट को शॉर्ट लिस्ट करेगी और उसके बाद काउंसलिंग सेशन और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होगी।
5.) उसके बाद आपको एडमिशन फीस को जमा करके और एनरोलमेंट प्रक्रिया को पूरा करके आपका एडमिशन हो गया है कॉलेज के अंदर।
आपने यदि एंट्रेंस परीक्षा नहीं दी है तो आपके बैचलर डिग्री के मार्क्स गिने जाएंगे। कुछ कॉलेज के अंदर डायरेक्ट एडमिशन और मेरिट के हिसाब से दिया जाता है और कुछ कॉलेज के अंदर एंट्रेंस परीक्षा के हिसाब से दिया जाता है।
M.COM SPECIALIZATION IN HINDI
M.COM के अंदर स्पेशलाइजेशन का ऑप्शन होता है जिसके अंदर आप अपने इंटरेस्ट की फील्ड को सेलेक्ट करके उसके अंदर यह कोर्स कर सकते हैं। नीचे स्पेशलाइजेशन की लिस्ट दी गई है।
- Accounting
- Finance
- Marketing
- Human Resource Management
- International Business
- Banking and Insurance
- Taxation
- Business Analytics
- Corporate Governance
- Entrepreneurship
- Economics
- Information Systems
- Supply Chain Management
- Retail Management
- E-Commerce
आप अपने इंटरेस्ट के हिसाब से एक स्पेशलाइजेशन को सेलेक्ट करके उसके अंदर अपना कैरियर बना सकते हैं।
M.COM COLLEGE LIST IN HINDI
M.COM कोर्स करने के लिए भारत के अंदर कौन-कौन से कॉलेज सबसे अच्छी है उनकी एक लिस्ट दी गई है।
- SHRI RAM COLLEGE OF COMMERCE, DELHI
- LOYOLA COLLEGE, CHENNAI
- HINDU COLLEGE, DELHI
- CHRIST UNIVERSITY, BANGALORE
- PRESIDENCY COLLEGE, CHENNAI
- SYMBIOSIS SCHOOL OF ECONOMICS, PUNE
- XAVIER INSTITUTE OF MANAGEMENT AND ENTREPRENEURSHIP, BHUBANESWAR
- INDIAN INSTITUTE OF SOCIAL SCIENCE, DELHI
- JAMIA MILLIA ISLAMIA, DELHI
- NARSEE MONJEE INSTITUTE OF MANAGEMENT STUDIES, MUMBAI
इनके अलावा भी भारत के अंदर कई सारी कॉलेज है जिनके अंदर यह कोर्स करवाया जाता है।
M.COM COURSE FEES IN HINDI
M.COM कोर्स करने की फीस निर्भर करती है कि आपके कॉलेज किस प्रकार की है, वह किस जगह पर है और उसकी रैंकिंग और रेपुटेशन क्या है और आपकी स्पेशलाइजेशन कौन सी है।
आप यदि यह कोर्स गवर्नमेंट कॉलेज से करते हैं तो उसके सेमेस्टर की फीस ₹5000 से ₹15000 के बीच होती है सेमेस्टर की यानी पूरे कोर्स की फीस ₹20000 से ₹60000 के बीच होती है।
आप यदि यह कोर्स प्राइवेट कॉलेज से करते हैं तो उसके सेमेस्टर की फीस ₹10000 से ₹50000 के बीच होती है यानी पूरे कोर्स की फीस ₹40000 से ₹200000 के बीच हो सकती है।
M.COM JOBS LIST IN HINDI
M.COM करने के बाद आप कौन-कौन सी नौकरी कर सकते हैं उसकी एक लिस्ट नीचे दी गई है।
- Financial Analyst
- Accountant
- Auditor
- Tax Consultant
- Investment Banker
- Corporate Manager
- Business Development Manager
- Marketing Manager
- Human Resources Manager
- Financial Controller
- Treasury Manager
- Risk Analyst
- Supply Chain Manager
- E-Commerce Manager
- Research Analyst
आप कौन सी नौकरी कर सकते हैं यह निर्भर करता है कि आपका स्पेशलाइजेशन कौन सी है और आपकी स्किल किसके अंदर है।
M.COM JOBS SALARY IN HINDI
M.COM कोर्स करने के बाद जो सैलरी होती है वह निर्भर करती है कि आपकी नौकरी कौन सी है और आपके स्पेशलाइजेशन कौन सी है।
M.COM करने के बाद जो शुरुआती सैलरी होती है वह ₹20000 से ₹50000 के बीच हो सकती है महीने की।
फाइनेंशियल एनालिस्ट की एवरेज सैलेरी ₹30000 से ₹50000 के बीच होती है महीने की, मार्केटिंग एनालिस्ट की एवरेज सैलेरी ₹20000 से ₹35000 के बीच होती है महीने की, ऑडिटर की एवरेज सैलेरी ₹20000 से 35000 रुपए के बीच होती है महीने की।
M.COM KE BAAD KYA KARE
M.COM करने के बाद आपके पास दो विकल्प होते हैं या तो आप नौकरी कर सकते हैं या तो आप अपनी पढ़ाई आगे जारी रख सकते हैं।
M.COM करने के बाद आप फाइनेंस, अकाउंटिंग और मार्केटिंग जैसी फील्ड के अंदर बिजनेस एनालिस्ट, प्रोडक्ट मैनेजर, कॉस्ट कंसलटेंट और मैनेजमेंट अकाउंटंट जैसी नौकरी कर सकते हैं।
M.COM करने के बाद आप आगे CA, CMA, CS, MBA, MF जैसे कोर्स कर सकते हैं।
FAQS
1.)M.COM क्या है?
M.COM एक पोस्ट ग्रेजुएट एकेडमी प्रोग्राम है जिसके अंदर विद्यार्थियों को कॉमर्स, इकोनॉमिक्स और उससे जुड़ी हुई फील्ड के बारे में एडवांस्ड नॉलेज और स्किल सिखाई जाती है।
2.)M.COM का फुल फॉर्म क्या है?
M.COM का फुल फॉर्म MASTER OF COMMERCE हैं।
3.)M.COM करने के लिए क्या योग्यता है?
M.COM करने के लिए विद्यार्थियों को कॉमर्स की फील्ड के अंदर बैचलर डिग्री को पूरा करना होगा जिसके अंदर उनके कम से कम 50% होने चाहिए।
4.)M.COM कितने साल का होता है?
M.COM 2 साल का कोर्स होता है जिसके अंदर 4 सेमेस्टर शामिल होते हैं।