टैली कंप्यूटर कोर्स (Tally Computer Course)
टैली ek प्रसिद्ध अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है। भारत में ऐसे बहुत सारे इंस्टिट्यूट है जो टैली कंप्यूटर कोर्स प्रोवाइड करते हैं वह भी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों। नीचे दिए गए कुछ प्रसिद्ध टैली कंप्यूटर कोर्स है।
1.) टैली ERP 9 सर्टिफिकेशन कोर्स
2.) टैली ERP 9 with GST कोर्स
3.) टैली फॉर अकाउंटेंट एंड फाइनेंशियल प्रोफेशन कोर्स
4.) एडवांस टैली ERP 9 कोर्स
5.) टैली ACE सर्टिफिकेशन कोर्स
6.) टैली फॉर बिजनेस ओनर्स एंड एंटरप्रेन्योर कोर्स
यह सारे कोर्स बहुत सारे इंस्टिट्यूट ऑफर करते हैं उनमें से Tally Academy, NIIT, Aptech और बहुत सारे हैं। आप यह कोर्स ऑनलाइन भी कर सकते हैं Udemy, Coursera और edX जैसे प्लेटफार्म पर।
Tally कितने प्रकार की होती है।
टैली एक प्रसिद्ध अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है। टैली बड़े और छोटे बिजनेस के लिए जरूरी होती है उन्हें चलाने के लिए।नीचे दिए गए टैली के प्रकार है।
1.) टैली ERP 9- यह Tally का सबसे प्रसिद्ध और सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला वर्जन है। यह छोटे और मीडियम साइज के बिजनेस के लिए सूटेबल है। यह एकाउंटिंग,इन्वेंटरी मैनेजमेंट,पेरोल और जीएसटी कंप्लेंट जैसे फीचर करता है।
2.) टैली Server 9- यह टैली का प्रकार big और medium बिजनेस के लिए बनाया गया है। यह डाटा सिक्योरिटी यूजर,एक्सेस कंट्रोल और रिमोट एक्सेस जैसे फीचर प्रोवाइड करता है।
3.)टैली Prime- यह टैली का सबसे नए प्रकार का वर्जन है जोकि यूजर फ्रेंडली है। यह सिंपलीफाइड नेविगेशन,इंप्रूव सर्च फंक्शनैलिटी और कस्टमर टेबल रिपोर्ट्स जैसे फीचर को प्रोवाइड करता है।
4.)टैली Developer- यह टेली का प्रकार है डेवलपर के लिए डिजाइन किया गया है जो टैली सॉफ्टवेयर के कस्टमाइजेशन और एक्सटेंशंस एक्सेस करने देता है।
5.) टैली on Cloud- यह टैली का क्लाउड वर्जन है जो टैली सॉफ्टवेयर को कहीं से भी एक्सेस करने देता है इंटरनेट कनेक्शन के साथ।
टैली कोर्स करने के फायदे कौन-कौन से हैं
टैली कोर्स करने के तो बहुत सारे फायदे हैं और नीचे दिए गए टैली कोर्स के फायदे हैं।
1.)जॉब अपॉर्चुनिटी (Job Opportunities)- टैली भारत में बहुत ज्यादा उपयोग में लाई जा रही है इसलिए इस फील्ड में जॉब मिलने की ज्यादा उम्मीद है।
2.) करियर एडवांसमेंट (Career Advancement)- टैली की नॉलेज इंसान के करियर को एडवांस कर सकती है एकाउंटिंग,फाइनेंस और टैक्सेशन के फील्ड के अंदर।
3.) बिजनेस मैनेजमेंट (Business Management)- टेली हमें बिजनेस के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन,इन्वेंटरी और टैक्स रेगुलेशन के अंदर कंपाइलर्स के अंदर मदद करता है।
4.) टाइम सेविंग (Time-Saving)- टैली की मदद से बिजनेस के सारे काम आसान हो जाते हैं और समय की बचत होती है।
5.) इंप्रूवड एक्यूरेसी (Improved Accuracy)- टैली की मदद से फाइनेंसियल और एकाउंटिंग के अंदर ज्यादा दिक्कत नहीं आती है।
6.) कॉस्ट इफेक्टिव (Cost Effective)- छोटे और मध्यम बिजनेस के लिए टैली एक बहुत अच्छा विकल्प है।
टैली कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है
वैसे तो टैली कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है वह कोर्स पर निर्भर करता है लेकिन नीचे दिए गए ऑप्शन लगभग हर कोर्स में सिखाया जाता है।
1.( इंट्रोडक्शन टू टैली एंड इट्स फीचर ) Introduction to Tally and its features
2.( क्रिएटिंग एंड मैनेजिंग कंपनी डाटा ) Creating and managing company data
3.( अकाउंटिंग प्रिंसिपल्स एंड कॉन्सेप्ट्स ) Accounting principles and concepts
4.( मैनेजिंग इन्वेंटरी एंड स्टॉक ) Managing inventory and stock
5.( जनरेटिंग इन वॉयसेस एंड बिल्स ) Generating invoices and bills
6.( लेडजर एंड वाउचर एंट्रीज ) Ledger and voucher entries
7.( फाइनेंसियल स्टेटमेंट एंड रिपोर्ट्स ) Financial statements and reports
8.( टैक्सेशन एंड जीएसटी कंपाइलर्स ) Taxation and GST compliance
9.( पेरोल एंड सैलेरी मैनेजमेंट ) Payroll and salary management
10.( कस्टमाइजेशन एंड एडवांस्ड फीचर्स ऑफ़ टैली ) Customization and advanced features of Tally.
टैली कोर्स कितने महीने का होता है
टैली कोर्स कितने महीने का होता है यह तो कोर्स पर ही निर्भर करता है और किस तरह ट्रेनिंग होती है उस पर निर्भर करता है। वैसे तो जो सामान्य टैली कोर्स होते हैं उनका समय 2 से 3 महीने का होता है। जो एडवांस टैली कोर्स होते हैं उनका समय 4 से 6 महीने का होता है।
कुछ इंस्टिट्यूट ऐसे भी होते हैं जो टैली का कोर्स 1 महीने या 1 महीने के अंदर पूरा कर देते हैं। कोर्स कितने महीने में खत्म होगा यह उस पर निर्भर करता है कि आप 1 हफ्ते के अंदर कितने घंटे कोर्स को देते हैं।
कोर्स कितने महीने में कंप्लीट होगा यह आपको जानना है तो आप दिल्ली के अंदर कौन सा कोर्स ले रहे हैं कौन से इंस्टिट्यूट में जा रहे हैं अब तक के कितने घंटे कोर्स कर रहे हैं इस पर निर्भर करता है।
टैली कंप्यूटर कोर्स फीस
टैली कंप्यूटर कोर्स की फीस किस जगह है,किस शहर में है उस पर निर्भर करती है वैसे तो जो बेसिक टैली कोर्स उसकी फीस ₹5000 से लेकर ₹15000 तक होती है और एडवांस टैली कोर्स की फीस ₹20000 से ₹40000 तक होती है। नीचे दिए गए टैली सॉफ्टवेयर कोर्स है और उनके फीस लिखी हुई है।
1.) टैली ERP 9 सर्टिफिकेशन कोर्स-₹10,000 से ₹15,000
2.) टैली ERP 9 with GST कोर्स-₹8,000 से ₹20,000
3.) टैली फॉर अकाउंटेंट एंड फाइनेंशियल प्रोफेशन कोर्स- ₹5,000 से ₹15,000
4.) एडवांस टैली ERP 9 कोर्स-₹20,000 से ₹35,000
5.) टैली ACE सर्टिफिकेशन कोर्स- ₹10,000 से ₹20,000
6.) टैली फॉर बिजनेस ओनर्स एंड एंटरप्रेन्योर कोर्स- ₹8,000 से ₹15,000
यह तो सिर्फ इस कोर्स की एवरेज सैलेरी है लेकिन आपको यह ध्यान रखना है कि टैली कोर्स किस जगह पर है,कौन सा इंस्टीट्यूट इस कोर्स को करवा रहा है उस पर Fees निर्भर करती है।
टैली कोर्स करने के बाद कौन सी जॉब मिलती है
नीचे दी गई list tally course करने के बाद जॉब्स की है। नीचे दी गई जॉब से अगर आप हो टैली कोर्स को पूरा करते हैं तो आपको नीचे दी गई जॉब में से कोई भी जॉब मिल सकती है।
- Accountant ( अकाउंटेंट )
- Accounts Executive ( अकाउंटेंट एग्जीक्यूटिव )
- Financial Analyst ( फाइनेंस एनालिस्ट )
- Audit Assistant ( ऑडिट असिस्टेंट )
- Tax Consultant ( टैक्स कंसलटेंट )
- Payroll Executive ( पेरोल एग्जीक्यूटिव )
- Inventory Manager ( इन्वेंटरी मैनेजर )
- Account Manager ( अकाउंट मैनेजर )
- Accounts Payable/Receivable Clerk ( अकाउंट पेबल/रिसिवेबल क्लॉक )
- Finance Manager ( फाइनेंस मैनेजर )
- Cost Accountant ( कॉस्ट अकाउंटेंट )
- Business Analyst ( बिजनेस एनालिस्ट )
- MIS Executive ( एग्जीक्यूटिव )
- Commercial Executive ( कमर्शियल एग्जीक्यूटिव )
- GST Practitioner ( जीएसटी प्रैक्टिशनर )
टैली कोर्स करने के बाद जॉब सैलेरी कितनी होती है।
टैली कोर्स करने के बाद जॉब की सैलरी जगह पर इंस्टिट्यूट पर और आपके अनुभव पर निर्भर करती है। नीचे दिए गाय जॉब से और उनकी सैलरी दी हुई है।
- Accountant (अकाउंटेंट): ₹2.5 से ₹4 लाख वर्ष की
- Accounts Executive (अकाउंट्स एग्जीक्यूटिव): ₹2.5 से ₹5 लाख वर्ष की
- Senior Accountant (सीनियर अकाउंटेंट): ₹3 से ₹6 लाख वर्ष की
- Account Manager (अकाउंट मैनेजर): ₹4 से ₹10 लाख वर्ष की
- Finance Manager (फाइनेंस मैनेजर): ₹8 से ₹20 लाख वर्ष की
यह तो सिर्फ एवरेज है सैलरी का लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना है कि जगह पर,शहर पर और इंस्टिट्यूट के आधार पर सैलरी अलग-अलग होती है।
Good information
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